Deled Course 508 Assignment 1 Answer 2 in Hindi

Deled course 508 Assignment 1 Answer 2 इसका question मैंने नीचे लिख दिया है आप इसे देख सकते है |

ये जो उत्तर मैं दे रहा इसके प्रश्न के हिसाब से मैंने अपनी समझ के अनुसार इसको लिखा है अगर आपको लगता है की इसे थोडा और बढाया जाय तो आप बढा भी सकते है
Deled course 508 असाइनमेंट 2 का 1 Answer 


Deled Course 508 Assignment 1 Answer 2 in Hindi

प्रश्न 2: कला शिक्षण में मूल्यांकन के सूचक की भूमिका पर प्रकाश डालिए |
उत्तर : सृजनात्मक कला और पेशा का क्षेत्र नवीन संसार में बल पकड़ता जा रहा है | भूमंडल कलाओ के आर्थिक, सामाजिक, शैछिक और सांस्कृति पछो के महत्व के प्रति जाग्रत हो चूका है |



व्यैक्तिक विकास 

विद्यार्थी अपनी कला शिक्षा से महतवपूर्ण जीवन कौशलो को चुनते है जैसे - अच्छी स्मृति, समझ बढ़ाना और प्रीकात्मक संचार की योग्यता |
यह विद्यार्थियों की सफलता की चाहत और नै चुनौतियो को ग्रहण करने की योग्यता को बढ़ा सकता है |

साकल्यवादी ज्ञान प्राप्त करना 

इन विशिष्ट रूपों का अधिगम, उनका इतिहास, उनकी रह्च्ना, निष्पादन, समीछा और मूल्यांकन अपने आप में अधिगम की प्रगति है |

जीवन को संदार्यात्मक बनाना 

हमारे प्रतिदिन के जीवन में इसका एक महत्व है जो अप्मानीय है :- भोजन से लेकर पहनावे, घरो से लेकर उत्सवो तक सबका विविध संदार्यात्मक अनुभूति और अभाव है |

संज्ञात्मक प्रेरण 

    • कला शिक्षा बछो में उन्नत संज्ञात्मक विकास से जुड़ चुका है |
    • 1998 की एक रिपोर्ट के "तरुण बच्चे और कला: सृजनात्मक संयोजन बनाना" - अनुसंधानकर्ताओ ने पाया कि कला शिक्षा बच्चा के संज्ञानात्मक, भाषा और गति कौशलो को सार्थक योगदान प्रदान का सकता है | 
    • अधिगम और कलाए: सीमा पार-गमन" कहता है की मस्तिष्क की जांच सिद्ध करता है की जब संगीतकार संगीत बजता है तब प्रमस्तिष्कीय के सभी अंग सक्रिय हो जाते है |
    • कला कछाओ में लिप्त विद्यार्थी विद्यालय से बेहतर निष्पादन करते है |
    • हॉवर्ड गार्डन्स की बहु-बुद्धि सिद्धांत के अनुसार जो बच्चे कला कछाओ में भाग लेते है वे अधिगम की एक वृहद् क्षमता विकसित कर लेते है क्युकी वे अपनी परम्परागत कक्षाओ में भाषाई एवं गडीतीय तर्क के आलावा अपनी अधिगम विधि का विस्तार कर लेते है | 
    • यह पाया गया है की जो विद्यार्थी कला शिक्षाओ में भाग लेते है वो शैछिक छेत्र में बेहतर निष्पादन करते है और उनके पास एक उच्च चिंतन सामर्थ्य होता है | 

यह एकक कलात्मक विज्ञानं अनुभूति का उधाहरण है : एक पौधे में नै अंकुर और नै जड़ का विस्तार ऐसे है जैसे बढे बाल मि. स्मार्ट को और जड़ बी वृद्धि मि. भयानक की सदा बढ़ी हुई दाढ़ी को |


व्यक्तिगत प्रोफाइल और वृद्धि 

व्यवसाय के विविध विकल्प 

ये विद्यालयों में Kindergarten (बाल विहार) से शुरू कर प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों में पढाई जाते है और शिक्षा के उच्च स्तरों जैसे विश्वविधालयो में भी एक विकल्प होते है | कला में अधिक अभिरुचि के साथ आप सफलतापूर्वक बहुत से व्यवसायों में आगे बढ़ सकते है जैसे महाविधालयो और विश्वविधालयो में अध्यापक, व्यव्सायिक कलाकार, रंगमच या दूरदर्शन धारावाहिकों में अभिनेता/अभिनेत्री, अध्यापक, पेशेवर गायक और नाटक, वास्तुविद, कास्मेटिक शल्य चिकित्सक, designer (अभिकल्पक), आतंरिक अभिकल्पना, फिल्म संसार आदि |

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